'उन्होंने भक्तों पर गोलियां चलाईं, हमने दीये जलाए', सीएम योगी का अयोध्या में विपक्ष पर तीखा हमला
Yogi Launches Scathing Attack on Congress-SP
Yogi Launches Scathing Attack on Congress-SP: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में आयोजित दीपोत्सव समारोह को संबोधित करते हुए यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या सप्त पुरियों में प्रथम है, जहां धर्म स्वयं मानव रूप में अवतरित हुआ है. जहां हर कण में मर्यादा है और हर दीप में दया है, हर हृदय में भगवान श्री राम का वास है. उन्होंने कहा कि 2017 में जब हम लोगों ने पहला दीपोत्सव अयोध्या धाम में करने का निर्णय लिया था. इसके पीछे का भाव एक ही था कि दुनिया को दीप प्रज्वलन कैसे होने चाहिए और किस उपलक्ष में होने चाहिए, इसके बारे में बताना.
सीएम ने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि जब हम अयोध्या को लाखों दीपों से जगमगा रहे हैं, तो हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि राम जन्मभूमि आंदोलन के दौरान, कांग्रेस पार्टी ने कोर्ट में कहा था कि भगवान श्री राम एक मिथक हैं. कांग्रेस पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देकर कहा था कि श्री राम एक मिथक हैं और समाजवादी पार्टी ने इसी अयोध्या में राम भक्तों पर गोलियां चलवाई थीं.
‘इन लोगों ने राम के अस्तित्व पर सवाल उठाया’
उन्होंने कहा कि ये वही लोग हैं जो बाबर की कब्र पर प्रार्थना करते हैं, लेकिन जब उन्हें अयोध्या में राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के समारोह में आमंत्रित किया जाता है, तो वे निमंत्रण अस्वीकार कर देते हैं. सीएम ने कहा कि हमें उनके दोहरे चरित्र को याद रखना चाहिए. ये लोग भारत की सनातन आस्था का किस प्रकार अपमान करते रहे हैं और किस प्रकार के शब्दों का प्रयोग करते रहे हैं. उन्होंने राम के अस्तित्व पर भी सवाल उठाया.
‘उन्होंने गोलियां चलाईं. हम अयोध्या में दिए जला रहे हैं’
उन्होंने कहा कि कभी वे किसी आक्रांता की कब्र पर जाकर प्रार्थना करते हैं, तो कभी भारत की आस्था का अपमान करने में कोई कसर नहीं छोड़ते. सीएम ने कहा कि ये वही लोग हैं जिन्होंने राम मंदिर आंदोलन के दौरान अयोध्या में मंदिर निर्माण को रोकने के लिए अलग से वकील तैनात किए थे, ताकि वे विरोध कर सकें और राम मंदिर के मार्ग में बाधाएं पैदा कर सकें. लेकिन आज हम कह सकते हैं कि उन्होंने गोलियां चलाईं. हम अयोध्या में दिए जला रहे हैं.
‘ये दीपक 500 वर्षों के अंधकार पर आस्था की जीत के प्रतीक’
अपने संबोधन में सीएम योगी ने कहा ‘ये दीपक सिर्फ दीपक नहीं हैं, ये दीपक 500 वर्षों के अंधकार पर आस्था की जीत के भी प्रतीक हैं. ये दीपक इस बात के प्रतीक हैं कि उन 500 वर्षों में हमें किस तरह का अपमान सहना पड़ा और हमारे पूर्वजों को किस तरह का संघर्ष करना पड़ा.उस समय भगवान श्री राम एक तंबू में विराजमान थे और अब, जब दीपोत्सव का 9वां संस्करण मनाया जा रहा है, भगवान राम अपने भव्य और दिव्य मंदिर में विराजमान हैं’.
‘सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं हो सकता’
सीएम ने आगे कहा ‘प्रत्येक दीपक हमें याद दिलाता है कि सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं हो सकता. सत्य की नियति विजयी होना है और इसी विजय की नियति के साथ सनातन धर्म ने 500 वर्षों तक निरंतर संघर्ष किया है. उन्हीं संघर्षों के परिणामस्वरूप अयोध्या में एक भव्य और दिव्य मंदिर का निर्माण हुआ है’.
‘राम लला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे’
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा ‘1949 में जब राम भक्तों ने अनुरोध किया कि भारत की स्वतंत्रता के साथ भगवान राम को भी विराजमान किया जाए, तो मूर्ति हटाने का आदेश जारी किया गया. फिर उन्हें मामला निपटाने के लिए कहा गया, लेकिन भक्तों ने कहा कि अयोध्या में राम जन्मभूमि से कोई भी मूर्ति नहीं हटा सकता. उनका एकमात्र संकल्प था ‘राम लला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे’. 1950 से 1980 तक मंदिर पर ताला लगा रहा. यह स्थिति 1986 तक बनी रही. भगवान राम को उनकी जन्मभूमि में कैद करने की इच्छा थी. लेकिन हम सभी जानते हैं कि आस्था न डगमगाई, न रुकी, न रुकी और 22 जनवरी 2024 को पीएम मोदी आए और राम जन्मभूमि पर भगवान राम की मूर्ति स्थापित कर सनातन आस्था को सम्मान दिया’.
सीएम ने कहा ‘उन्होंने अयोध्या की पहचान मिटा दी थी और इसका नाम बदलकर फैजाबाद कर दिया था, और हमने अयोध्या की पहचान वापस लाकर इसे फिर से अयोध्या धाम बना दिया है’. रामकथा पार्क में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन का प्रारंभ जय श्रीराम और सरयू मैया की जय के नारों से किया. उन्होंने दीपोत्सव 2025 की सभी सनातन धर्म मानने वालों को बधाई दी.